मन
बहुत दिन हुए कुछ लिखा नहीं ,
मौका नहीं मिला या यूं समझो मन नहीं किया ,
मन भी अजीब है , :-) आलस है , खुसी है , दुख है ,
कुछ तो है ही , या यूं कहो कुछ तो होगा ही ,:-) ...
समझने के लिए तो बहुत है यहाँ बस मन नहीं होगा समझने का ,
मन भी अजीब है ... कुछ तो है ,
न भी हो तो क्या ?
मन है मनु , या मन है मान , या मन है मानिक ,
कुछ तो है ही , या यूं कहो कुछ तो होगा ही ,:-) ...
मेरा मन , तेरा मन ,
कुछ तो है ही , या यूं कहो कुछ तो होगा ही ,:-) ...
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